रिपोर्ट- मोहम्मद यासर
उदयपुर 1में गुरुवार दोपहर उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब रूप सागर क्षेत्र के हनुमान चौक पर एक काली गाड़ी में सवार कुछ लोगों ने एक युवक को जबरन उठा लिया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, यह घटना इतनी तेजी से हुई कि लोग कुछ समझ पाते उससे पहले ही गाड़ी तेज रफ्तार से फतहसागर रोड की ओर निकल गई। गाड़ी पर हरियाणा का नंबर लिखा था, लेकिन सवारों की बोली और व्यवहार स्थानीय जैसे लग रहे थे। इस पूरे घटनाक्रम ने सवाल खड़ा कर दिया है — क्या ये सच में पुलिस थी, या किसी अपहरण गैंग की नई चाल?
गाड़ी से उतरे 4-5 युवक, युवक को जबरन गाड़ी में डाला
घटना दोपहर करीब 2 बजे की बताई जा रही है। चश्मदीदों ने बताया कि काली SUV जैसी गाड़ी अचानक हनुमान चौक के पास रुकी। गाड़ी से चार से पांच युवक उतरे और वहां खड़े एक व्यक्ति को पकड़ लिया। उसने विरोध करने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने उसे गाड़ी में धकेल दिया। यह सब चंद सेकंडों में हुआ। जब आसपास के लोगों ने शोर मचाया और रोकने की कोशिश की तो सवारों ने कहा — “हम हरियाणा पुलिस से हैं, आधिकारिक काम है, बीच में मत आओ।”

स्थानीय बोली और हावभाव पर लोगों को हुआ शक
मौके पर मौजूद कुछ दुकानदारों ने बताया कि जब सवारों ने खुद को हरियाणा पुलिस बताया, तो उन्हें शक हुआ, क्योंकि सभी आरोपियों का लहजा पूरी तरह स्थानीय लग रहा था। उनमें से एक व्यक्ति उदयपुर क्षेत्र का ही लग रहा था और वह आसपास के रास्तों की पूरी जानकारी रखता था। गाड़ी भागते हुए फतहसागर रोड की ओर निकल गई। कुछ लोगों ने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम में फोन कर सूचना दी।
सामने आया नाम — कोर्ट रजिस्ट्री ऑफिस से जुड़ा व्यक्ति संदिग्ध
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, घटना में शामिल लोगों में से एक व्यक्ति का नाम कमलेंद्र बताया जा रहा है, जो उदयपुर कोर्ट के सामने स्थित रजिस्ट्री कार्यालय में कार्य करता है। चश्मदीदों ने दावा किया कि वही व्यक्ति गाड़ी सवारों को रास्ता दिखा रहा था। पुलिस अब इस व्यक्ति की भूमिका और संभावित संबंधों की जांच कर रही है।
पूरे शहर में नाकाबंदी, सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस हरकत में आई और शहर के मुख्य मार्गों पर नाकाबंदी कर दी गई। पुलिस की टीमों ने रूप सागर, फतहसागर रोड, कोर्ट सर्कल और सुखेर क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं। उदयपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने बताया कि “गाड़ी की नंबर प्लेट और दिशा का पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। हरियाणा पुलिस से भी संपर्क किया गया है ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या उनकी कोई टीम यहां थी या नहीं।”
इलाके में फैली दहशत, लोगों में आक्रोश
रूप सागर और आस-पास के क्षेत्र में इस घटना के बाद दहशत का माहौल है। दिनदहाड़े सरेआम एक युवक को उठा ले जाना लोगों के लिए चौंकाने वाला रहा। स्थानीय लोगों ने पुलिस की गश्त व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। कई नागरिकों ने कहा कि अगर ये असली पुलिस नहीं थी, तो मामला बेहद गंभीर है — क्योंकि किसी ने पुलिस का नाम लेकर सरेआम अपहरण को अंजाम दिया।
पुलिस की जांच — अपहरण या वैध गिरफ्तारी?
फिलहाल पुलिस दोनों एंगल पर जांच कर रही है —
- क्या वाकई में कोई हरियाणा पुलिस की टीम उदयपुर में थी?
- या फिर यह किसी निजी रंजिश या लेन-देन से जुड़ा अपहरण का मामला है?
अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित युवक की पहचान कर ली गई है और उसके परिजनों से भी संपर्क किया जा रहा है ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं उसका किसी से विवाद तो नहीं था।
निष्कर्ष
इस घटना ने एक बार फिर शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर दिया है। दिनदहाड़े पुलिस बनकर युवक को उठाने का मामला न केवल सनसनीखेज है बल्कि यह लोगों के भीतर असुरक्षा की भावना भी बढ़ा रहा है। पुलिस ने कहा है कि जल्द ही गाड़ी और आरोपियों की पहचान कर मामले का खुलासा किया जाएगा।