रिपोर्टर- संजू राही
उदयपुर ! झीलों की नगरी और अंतरराष्ट्रीय टूरिस्ट डेस्टिनेशन के रूप में पहचान बना चुके उदयपुर में पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने एक अनूठी पहल शुरू की है। अब शहर में चलने वाले हर टैंपो पर चालक और मालिक का नाम व मोबाइल नंबर स्पष्ट रूप से अंकित होगा।

अक्सर भूल जाते हैं टूरिस्ट अपना सामान
अधिकारियों के अनुसार कई बार पर्यटक शहर भ्रमण के दौरान टैंपो में अपना सामान भूल जाते हैं। ऐसे में पुलिस और एसोसिएशन को घंटों की मशक्कत करनी पड़ती है। सीसीटीवी फुटेज खंगालने और पूछताछ के बाद ही टैंपो व चालक की पहचान संभव हो पाती है। कई बार चालक भी ईमानदारी से सामान लौटाना चाहता है, लेकिन यात्री का संपर्क न होने से यह मुश्किल हो जाता है।

स्टिकर सिस्टम से मिलेगा सीधा समाधान
अब प्रशासन ने हर टैंपो पर विशेष स्टिकर लगाने का फैसला किया है। इन स्टिकरों पर—
- टैंपो का रजिस्ट्रेशन नंबर
- मालिक का नाम
- चालक का नाम
- मोबाइल नंबर
स्पष्ट रूप से लिखे होंगे। इससे किसी भी यात्री को समस्या होने पर तुरंत ड्राइवर से संपर्क किया जा सकेगा।
भविष्य में यूनिक सीरियल नंबर की योजना
यहीं नहीं, आगे इस व्यवस्था को और सुदृढ़ बनाने के लिए प्रत्येक स्टिकर पर एक यूनिक सीरियल नंबर भी अंकित करने की योजना है। यह नंबर प्रशासन के रिकॉर्ड से जुड़ा होगा। यदि यात्री चालक का मोबाइल नंबर याद न रख पाए, तो केवल सीरियल नंबर के आधार पर भी संबंधित टैंपो की पहचान की जा सकेगी।
पर्यटकों का भरोसा बढ़ेगा
जिला प्रशासन और टैंपो एसोसिएशन का मानना है कि इस व्यवस्था से पर्यटकों को सुविधा मिलेगी और उदयपुर की छवि एक टूरिस्ट-फ्रेंडली शहर के रूप में और मजबूत होगी। प्रशासन को उम्मीद है कि इस कदम से पर्यटकों का अनुभव और भी सुरक्षित व सुखद बनेगा।
प्रशासन का बयान
जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा—
“हमारा प्रयास है कि उदयपुर आने वाले पर्यटक यहां पूरी सुरक्षा और सुविधा के साथ घूम सकें। टैंपो स्टिकर सिस्टम से न सिर्फ टूरिस्ट को मदद मिलेगी बल्कि चालक और यात्री के बीच सीधा संवाद भी स्थापित होगा। यह उदयपुर की मेहमाननवाज़ी को और बेहतर तरीके से पेश करेगा।”
उदयपुर की पहचान होगी और मजबूत
पर्यटन से जुड़े जानकारों का कहना है कि इस तरह की पहलें शहर की अंतरराष्ट्रीय पहचान को और मजबूती देंगी। जब पर्यटक महसूस करेंगे कि यहां उनकी सुरक्षा और सुविधा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है, तो इसका सीधा असर पर्यटन उद्योग पर भी पड़ेगा।