उदयपुर। शहर के मीरा नगर-2 इलाके में मंगलवार की रात उस वक्त हड़कंप मच गया, जब अचानक एक तेंदुआ कॉलोनी की गलियों में घूमता हुआ नजर आया। देर रात तक चली अफरा-तफरी और सीसीटीवी फुटेज ने लोगों की नींद उड़ा दी। इस फुटेज में तेंदुआ सड़क पर टहलता, एक कुत्ते पर झपट्टा मारते और फिर कुछ देर इधर-उधर मंडराते हुए दिखाई दे रहा है।
घटना रात करीब 11 बजे की बताई जा रही है। इलाके में रहने वाले लोगों ने पहले तो लगातार कुत्तों के भौंकने की आवाजें सुनीं, जिससे उन्हें कुछ असामान्य लगा। इसी बीच स्थानीय निवासी चंद्रशेखर सुखवाल ने अपने घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग खंगाली तो जो नजारा सामने आया, उसने पूरे मोहल्ले में दहशत फैला दी। फुटेज में साफ दिखाई दे रहा था कि एक तेंदुआ कॉलोनी की सड़क पर बेखौफ घूम रहा है।

कुत्ते पर झपट्टा मारा, बाल-बाल बचा
वीडियो में तेंदुआ एक कुत्ते का पीछा करता हुआ भी नजर आया। उसने अचानक झपट्टा मारा, लेकिन कुत्ता किसी तरह भाग निकला। इसके बाद तेंदुआ कुछ देर तक इलाके में इधर-उधर घूमता रहा और फिर उसी दिशा में लौट गया, जिधर से वह आया था।
रातभर घरों में बंद रहे लोग
मीरा नगर-2 में करीब 25 से अधिक परिवार रहते हैं। घटना के बाद लोगों में दहशत फैल गई। कॉलोनीवासियों ने एहतियातन अपने दरवाजे और खिड़कियां बंद कर लीं। कुछ मकान अभी निर्माणाधीन हैं, जिससे इलाके में अंधेरा और सन्नाटा था। कई लोगों ने सोशल मीडिया ग्रुप्स पर यह वीडियो साझा कर दूसरों को भी सावधानी बरतने की चेतावनी दी।
पहली बार हुआ ऐसा वाइल्डलाइफ मूवमेंट
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस इलाके में इससे पहले कभी किसी जंगली जानवर की आवाजाही नहीं देखी गई। हालांकि कॉलोनी से कुछ दूरी पर पहाड़ियां हैं, जहां जंगली जानवरों का निवास है। वन विभाग के अधिकारियों का मानना है कि संभवतः तेंदुआ रास्ता भटक कर रिहायशी इलाके तक आ गया होगा।

वन विभाग अलर्ट पर, निगरानी शुरू
घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची। टीम ने कॉलोनी के आसपास के इलाके में निगरानी शुरू कर दी है। अधिकारियों ने बताया कि पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर कॉलोनी की सीमाओं तक ट्रैप कैमरे लगाए जा रहे हैं, ताकि तेंदुए की गतिविधि पर नजर रखी जा सके।
वन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे रात के समय घरों से बाहर न निकलें, बच्चों और पालतू जानवरों को सुरक्षित स्थान पर रखें और किसी भी संदिग्ध हरकत की तुरंत सूचना वन नियंत्रण कक्ष को दें।
लोगों में बढ़ा डर, सुरक्षा की मांग
मीरा नगर-2 के निवासियों ने प्रशासन से इलाके में रात के समय गश्त बढ़ाने और कॉलोनी की सीमाओं पर फेंसिंग या लाइटिंग की व्यवस्था करने की मांग की है। कई परिवारों ने बताया कि अब बच्चों को घर से बाहर खेलने भेजने में भी डर लगने लगा है।
पहाड़ियों से शहर तक जंगली जानवरों का बढ़ता खतरा
गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों में उदयपुर शहर के बाहरी इलाकों में तेंदुओं की मूवमेंट बढ़ी है। इसके पहले भी देबारी और चांदपोल के आसपास जंगली जानवरों के दिखाई देने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। वन विभाग का कहना है कि शहर के आसपास के जंगलों में पानी और भोजन की कमी के कारण जंगली जानवर अक्सर आबादी की ओर आ जाते हैं।
वन विभाग की अपील
वन विभाग ने आमजन से कहा है कि यदि किसी को तेंदुआ या अन्य जंगली जानवर दिखे तो घबराएं नहीं, उसे डराने या मारने की कोशिश न करें। तुरंत वन नियंत्रण कक्ष या पुलिस को सूचना दें ताकि टीम मौके पर पहुंचकर सुरक्षित तरीके से जानवर को उसके प्राकृतिक आवास में वापस भेज सके।
निष्कर्ष
मीरा नगर-2 की यह घटना न केवल कॉलोनीवासियों के लिए डरावनी रात साबित हुई, बल्कि इसने एक बार फिर शहरीकरण और वन्यजीव संघर्ष के बढ़ते खतरे को भी उजागर किया है।
वर्तमान में इलाके में वन विभाग की टीमें गश्त कर रही हैं और निगरानी जारी है, लेकिन लोगों के मन से “तेंदुए की दहशत” अभी खत्म नहीं हुई है।