उदयपुर।
जहां एक ओर सरकारी अस्पतालों में फ्री इलाज और सोनोग्राफी के लिए महिलाओं की लंबी-लंबी कतारें लग रही हैं, वहीं उदयपुर का पैसेफिक हॉस्पिटल गर्भवती महिलाओं के लिए राहत की नई उम्मीद बनकर सामने आया है। शहर के भीलो का बेदला क्षेत्र में स्थित इस अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए निशुल्क सोनोग्राफी सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है — वो भी बिना किसी प्रतीक्षा या औपचारिक देरी के।
शहर और आस-पास के ग्रामीण इलाकों से हर दिन सैकड़ों महिलाएं इस हॉस्पिटल में पहुंच रही हैं। महिलाएं बता रही हैं कि सरकारी अस्पतालों में जांच के लिए न केवल लंबी लाइनों में खड़ा होना पड़ता है, बल्कि कई बार सोनोग्राफी की तारीख मिलने में दो से तीन दिन या उससे अधिक का समय लग जाता है। इस वजह से न केवल चिंता बढ़ती है बल्कि गर्भवती महिलाओं को असुविधा भी होती है।
इसके उलट, पैसेफिक हॉस्पिटल में पहुंचने वाली महिलाओं को उसी दिन जांच और रिपोर्ट मिल रही है। न किसी फीस की झंझट, न किसी फॉर्म की परेशानी — सिर्फ तुरंत सेवा। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि यह पहल उन महिलाओं के लिए शुरू की गई है जो सरकारी अस्पतालों की लंबी प्रक्रियाओं और देरी से परेशान रहती हैं।

अस्पताल प्रशासन का उद्देश्य
अस्पताल के प्रबंधन ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य है कि किसी भी गर्भवती महिला को सोनोग्राफी जैसी बुनियादी जांच के लिए इंतजार न करना पड़े। यह सुविधा पूरी तरह निशुल्क है और इसका लाभ विशेष रूप से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को मिल रहा है।
महिलाओं ने जताई संतुष्टि
जांच करवाने आई महिलाओं ने हॉस्पिटल स्टाफ की सराहना करते हुए कहा कि यहां न केवल जांच फ्री है, बल्कि पूरा माहौल भी सुरक्षित, स्वच्छ और सहयोगी है। डॉक्टर और नर्सें महिलाओं से बेहद संवेदनशील व्यवहार करती हैं, जिससे गर्भवती महिलाओं का डर और झिझक खत्म होती है।
एक महिला की बात — “सरकारी अस्पताल में तारीख मिलने के बाद कई दिन इंतजार करना पड़ता था। यहां पैसेफिक में आते ही जांच हो जाती है और रिपोर्ट भी उसी दिन मिलती है। सच में, हमारे जैसे परिवारों के लिए यह बहुत बड़ी मदद है।”
स्वास्थ्य जागरूकता की मिसाल
अस्पताल की यह पहल न सिर्फ उदयपुर में बल्कि आस-पास के जिलों में भी चर्चा का विषय बनी हुई है। यह कदम “स्वस्थ मां, स्वस्थ समाज” के संदेश को साकार कर रहा है। महिलाओं के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं की आसान उपलब्धता समाज में मातृ मृत्यु दर घटाने और प्रसव से जुड़ी जटिलताओं को रोकने की दिशा में अहम भूमिका निभा सकती है।
प्रशासन की सराहनीय पहल
पैसेफिक हॉस्पिटल के अधिकारियों ने बताया कि आगे चलकर इस पहल का दायरा और बढ़ाया जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्रों की अधिक से अधिक महिलाएं इसका लाभ उठा सकें। साथ ही, अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष काउंसलिंग और पोषण संबंधी जानकारी देने की भी योजना है।
समापन पंक्ति:
उदयपुर के पैसेफिक हॉस्पिटल की यह पहल न सिर्फ चिकित्सा सेवा का उदाहरण है, बल्कि समाज में संवेदनशील स्वास्थ्य व्यवस्था की दिशा में उठाया गया मानवीय कदम भी है। जब सरकारी व्यवस्थाएं बोझिल हों, तब निजी संस्थानों की ऐसी सामाजिक पहलें उम्मीद की किरण बन जाती हैं।