सुबह-सुबह बलीचा में गूंजे बुलडोज़र – UDA की बड़ी कार्रवाई, छह मकान जमींदोज़, अवैध कब्जों पर चला प्रशासन का डंडा !

उदयपुर। शहर के बलीचा क्षेत्र में गुरुवार सुबह नगर विकास प्राधिकरण (UDA) ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। लंबे समय से चल रहे अवैध निर्माण और कब्जों के खिलाफ यह अब तक की सबसे सख्त कार्रवाई मानी जा रही है। तड़के सुबह जैसे ही इलाके में जेसीबी मशीनों की आवाज गूंजी, पूरा इलाका अलर्ट हो गया। देखते ही देखते बुलडोज़र अवैध निर्माणों पर टूट पड़ा और करीब छह मकानों को ध्वस्त कर दिया गया।

सुबह का सन्नाटा तोड़ा बुलडोज़रों ने

जानकारी के अनुसार, बलीचा क्षेत्र में पिछले कई महीनों से अवैध निर्माण और कब्जों की शिकायतें मिल रही थीं। नगर विकास प्राधिकरण ने पहले कई बार नोटिस जारी कर चेतावनी दी थी, लेकिन कब्जाधारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की।
गुरुवार सुबह करीब 6 बजे UDA की टीम पुलिस बल और पांच जेसीबी मशीनों के साथ मौके पर पहुंची। प्रशासनिक कार्रवाई की भनक लगते ही क्षेत्र में हड़कंप मच गया। कई लोगों ने अपने घरों से सामान निकालने की कोशिश की, लेकिन टीम ने सुरक्षा कारणों से किसी को पास नहीं आने दिया।

मौके पर मौजूद रहे अधिकारी

कार्रवाई के दौरान UDA के अधिकारी, राजस्व विभाग के कर्मचारी और बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौके पर तैनात रहे। अधिकारियों ने बताया कि जिन मकानों को तोड़ा गया है, वे सभी बिना स्वीकृति के बनाए गए अवैध निर्माण थे। कई बार नोटिस जारी किए गए, लेकिन किसी ने अवैध निर्माण हटाने की पहल नहीं की। आखिरकार प्रशासन को कठोर कदम उठाना पड़ा।

“अवैध कब्जों पर अब बख्शा नहीं जाएगा” – UDA

UDA अधिकारियों ने स्पष्ट कहा कि अवैध कब्जों के खिलाफ अब जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई जा रही है। जहां भी बिना अनुमति के निर्माण या कब्जा पाया जाएगा, वहां तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के कब्जों से शहरी विकास की योजनाएं प्रभावित होती हैं और यातायात, सीवरेज व अन्य सुविधाओं में बाधा आती है। इसलिए अब ऐसे निर्माणों पर किसी तरह की रियायत नहीं दी जाएगी।

लोगों में मिश्रित प्रतिक्रिया

कार्रवाई के बाद इलाके में दिनभर चर्चाओं का माहौल रहा। कुछ स्थानीय लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई को सही बताया, उनका कहना था कि लंबे समय से अवैध निर्माण के कारण क्षेत्र की मूल योजना बिगड़ रही थी। वहीं, कुछ लोग अचानक हुई कार्रवाई से नाराज दिखे। उनका कहना था कि प्रशासन को उन्हें थोड़ा समय देना चाहिए था ताकि वे अपना सामान सुरक्षित निकाल सकें।

आगे भी जारी रहेगा अभियान

नगर विकास प्राधिकरण के अनुसार, यह कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में शहर के अन्य इलाकों में भी अवैध कब्जों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा। UDA का कहना है कि उदयपुर को एक सुव्यवस्थित और योजनाबद्ध शहर बनाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।

पृष्ठभूमि: क्यों बढ़ रहे हैं अवैध निर्माण

शहर के तेजी से विस्तार और जमीन की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण बलीचा, भुवाणा, अंबामाता और प्रतापनगर जैसे क्षेत्रों में बिना स्वीकृति के निर्माण बढ़ गए हैं। कई जगह लोग छोटे-छोटे प्लॉट काटकर बेच रहे हैं, जबकि यह क्षेत्र मास्टर प्लान के अनुसार विकास के लिए चिन्हित नहीं हैं। प्रशासन ने अब इन क्षेत्रों को चिन्हित कर निगरानी बढ़ाने का निर्णय लिया है।

निष्कर्ष

बलीचा में हुई यह कार्रवाई नगर विकास प्राधिकरण के सख्त रुख की झलक देती है। अधिकारियों का कहना है कि शहर को अवैध कब्जों से मुक्त कर सुव्यवस्थित विकास की दिशा में यह एक निर्णायक कदम है।
हालांकि प्रभावित परिवारों के लिए यह दिन भारी रहा, लेकिन प्रशासन का संदेश साफ है —
“अब अवैध कब्जों और निर्माणों पर किसी तरह की रियायत नहीं मिलेगी।”

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