मासूम की मौत पर हंगामा, 17 लाख 21 हजार मुआवजे पर सुलझा मामला

उदयपुर ज़िले के झाड़ोल थाना क्षेत्र में चार साल के मासूम की स्कूल बस से कुचलकर मौत के बाद बुधवार को अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा हुआ। परिजन और समाज के लोग शव लेकर झाड़ोल अस्पताल पहुंचे और धरने पर बैठ गए।

मामला तब और गरमाया जब करणी सेना के पदाधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने मृतक के परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग पर अड़कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। करीब तीन घंटे तक चली खींचतान के बाद देर शाम समझाइश से मामला सुलझा। प्रशासन की ओर से 17 लाख 21 हजार रुपए का मुआवजा देने पर सहमति बनी, जिसके बाद परिजनों ने शव पोस्टमॉर्टम के लिए सौंप दिया।

इस बीच, सीएमएचओ डॉ. अशोक आदित्य ने झाड़ोल उपजिला अस्पताल के प्रभारी डॉ. मुकेश गरासिया को हटाकर अतिरिक्त चार्ज डॉ. रमेश कटारा को सौंपा है। प्रदर्शनकारियों ने डॉ. गरासिया पर इलाज में लापरवाही के आरोप लगाए थे।

घटनास्थल पर डीएसपी नेत्रपाल सिंह, तहसीलदार सीताराम, झाड़ोल थानाधिकारी फेलीराम और बाघपुरा थानाधिकारी वेलाराम जाब्ते के साथ पहुंचे और स्थिति संभाली।

श्री राजपूत करणी सेना के जिलाध्यक्ष अर्जुन सिंह ने कहा कि स्कूल और अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण यह हादसा हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि स्कूल प्रबंधन बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर हो, अन्यथा विरोध तेज किया जाएगा।

करणी सेना की प्रमुख मांग थी कि स्कूल में प्रशिक्षित ड्राइवर नियुक्त किए जाएं और अस्पताल में ऑक्सीजन व अन्य जरूरी उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।

जानकारी के अनुसार, मंगलवार दोपहर करीब तीन बजे चार वर्षीय चित्रराज स्कूल बस से घर लौटा था। जैसे ही वह बस से उतरा, ड्राइवर ने लापरवाही से बस आगे बढ़ा दी। इससे चित्रराज बस के नीचे आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। चित्रराज परिवार का इकलौता बेटा था। परिजनों ने बताया कि 31 दिसंबर को बच्चे का जन्मदिन मनाने की तैयारी चल रही थी, लेकिन उससे पहले ही यह दर्दनाक हादसा हो गया।

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