उदयपुर। झीलों की नगरी से एक और खुशखबर आई है। अब उदयपुर रेलवे नेटवर्क के विस्तार की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। रेलवे बोर्ड ने उदयपुर के देबारी स्टेशन से उमरड़ा स्टेशन तक करीब 24.78 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर दूसरी लाइन बिछाने की मंजूरी दे दी है। इस परियोजना के पूरे होने के बाद उदयपुर से जयपुर, कोटा, मध्यप्रदेश, गुजरात और महाराष्ट्र के लिए ट्रेन संचालन में बड़ी सुविधा मिलेगी।

रेलवे बोर्ड की ओर से इस परियोजना को विशेष रेल परियोजना (Special Railway Project) के रूप में अधिसूचित किया गया है। यानी इसे प्राथमिकता के आधार पर तैयार किया जाएगा। यह लाइन न सिर्फ रेल संचालन को सुचारू बनाएगी बल्कि पर्यटन, शिक्षा और व्यापारिक दृष्टि से भी क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
🔹 सर्वे पूरा, अब काम की शुरुआत की तैयारी
उत्तर-पश्चिम रेलवे के कंस्ट्रक्शन विभाग ने इस परियोजना के लिए विस्तृत सर्वे किया था।
सर्वे के दौरान यह देखा गया कि कहां पर ट्रैक बिछाया जाएगा, कहां पुल या टनल की आवश्यकता होगी, कितनी जमीन अधिग्रहित करनी होगी और किन इलाकों में कर्व डाले जाएंगे। सर्वे रिपोर्ट और डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर रेलवे बोर्ड को भेजी गई थी, जिसे अब मंजूरी मिल चुकी है।
सूत्रों के अनुसार, जमीन अधिग्रहण और तकनीकी तैयारियों के बाद अगले कुछ महीनों में ट्रैक बिछाने का कार्य शुरू किया जा सकता है।
🔹 क्यों जरूरी थी डबल लाइन?
फिलहाल देबारी से उमरड़ा के बीच केवल सिंगल लाइन पर ट्रेनें चल रही हैं। ट्रेनों की संख्या और यात्रियों की बढ़ती भीड़ के कारण इस ट्रैक पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा था।
कई बार ट्रेनों को रास्ते में रोककर दूसरी ट्रेनों को निकाला जाता है, जिससे समय और ईंधन दोनों की बर्बादी होती है।
डबल लाइन बिछ जाने के बाद ट्रेनों का संचालन और तेज़, सुरक्षित और समयबद्ध हो सकेगा। साथ ही मालगाड़ियों की आवाजाही भी सुगम होगी।
🔹 पर्यटन और शिक्षा को मिलेगा लाभ
उदयपुर राजस्थान का प्रमुख पर्यटन केंद्र है। झीलें, महल, और ऐतिहासिक धरोहरें हर साल लाखों देशी-विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करती हैं। रेलवे नेटवर्क के सशक्त होने से न केवल पर्यटक आवागमन आसान होगा, बल्कि शहर की अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
इसके अलावा, शहर में एमएलएसयू, आरटीयू जैसी शैक्षणिक संस्थाएं और नए निजी विश्वविद्यालय तेजी से विकसित हो रहे हैं। डबल लाइन से छात्र, स्टाफ और व्यवसायिक यात्रियों की रेल यात्रा में काफी सुविधा होगी।
🔹 उदयपुर सिटी स्टेशन भी हो रहा अपग्रेड
उदयपुर सिटी रेलवे स्टेशन पर सेकंड एंट्री बिल्डिंग का काम तेजी से चल रहा है। स्टेशन के अंदर जगह की कमी को देखते हुए पिटलाइन और यार्ड को उमरड़ा में शिफ्ट करने का प्रस्ताव भी तैयार किया गया है।
नई लाइन बनने से स्टेशन का संचालन और सुचारू होगा तथा ट्रेनों की संख्या बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
साथ ही, अतिरिक्त प्लेटफॉर्म और गोदाम स्टैंड (Warehouse Stand) भी बनाए जा रहे हैं। इससे यात्रियों के साथ-साथ माल परिवहन की क्षमता में भी वृद्धि होगी।
🔹 दक्षिण भारत से बढ़ेगा रेल ट्रैफिक
अहमदाबाद के कालूपुर स्टेशन से उदयपुर सिटी के लिए नई ट्रेनों के संचालन के बाद दक्षिण भारत से रेल ट्रैफिक में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है।
ऐसे में डबल लाइन तैयार होने के बाद साउथ की ओर से आने वाली ट्रेनों का दबाव बेहतर तरीके से संभाला जा सकेगा।
🔹 क्या बोले अधिकारी
रेलवे सूत्रों के मुताबिक,
“यह परियोजना उदयपुर रेल नेटवर्क को नई दिशा देगी। देबारी-उमरड़ा सेक्शन में डबल लाइन बनने से न सिर्फ ट्रेन संचालन आसान होगा, बल्कि भविष्य में उदयपुर को पर्यटन और व्यापार का बड़ा केंद्र बनाने की राह भी मजबूत होगी।”
🔹 उदयपुर के विकास में अहम कदम
यह परियोजना उदयपुर को आधुनिक रेल ढांचे से जोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है। आने वाले वर्षों में जब यह लाइन पूरी तरह से चालू हो जाएगी, तो उदयपुर की कनेक्टिविटी राजस्थान के साथ-साथ देश के प्रमुख शहरों से और मजबूत हो जाएगी।
रेलवे बोर्ड की यह मंजूरी उदयपुर के लिए न सिर्फ एक रेल प्रोजेक्ट की शुरुआत है, बल्कि यह शहर के समग्र विकास, रोजगार और व्यवसाय के नए अवसरों का भी रास्ता खोलती है।