बांरा (राजस्थान)।
राजस्थान के बांरा जिले में मंगलवार को एक अनोखा दृश्य देखने को मिला, जब पुलिस ने मां-बेटे की हत्या के आरोप में गिरफ्तार चार आरोपियों को गंजा कर सड़कों पर जुलूस के रूप में निकाला। इस दौरान हजारों की संख्या में लोग रास्तों के दोनों ओर उमड़ पड़े और पुलिस की इस कार्रवाई का समर्थन करते हुए “पुलिस प्रशासन जिंदाबाद” के नारे लगाए।

घटना ने पूरे जिले में न्याय और पुलिस की सख्ती का नया संदेश दिया है। यह वही मामला है, जिसमें कुछ दिन पहले बांरा क्षेत्र में मां रुकमणी बाई और बेटा संजय को कार से कुचलकर बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया था। इस घटना ने इलाके में आक्रोश और शोक की लहर फैला दी थी।
कैसे पकड़े गए आरोपी
पुलिस ने बताया कि वारदात के बाद से ही चारों आरोपी —
विनोद उर्फ मोनू मीणा, देशराज बैरवा, गोलू बैरवा और नीरज लश्करी — फरार चल रहे थे।
पुलिस की कई टीमें गठित कर आरोपियों की तलाश की जा रही थी।
सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और स्थानीय लोगों की सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की लोकेशन ट्रेस की और गहन सर्च अभियान के बाद उन्हें जंगलों से गिरफ्तार कर लिया।
गंजा कर निकाला गया जुलूस
गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को बांरा पुलिस ने चारों आरोपियों को गंजा कर शहर के मुख्य मार्गों से जुलूस में निकाला।
इस दौरान भारी पुलिस बल तैनात रहा।
लोग घरों की छतों और दुकानों से इस दृश्य को देखने के लिए उमड़ पड़े।
जुलूस के दौरान पुलिस अधिकारियों ने लोगों को बताया कि यह कदम अपराधियों को सबक सिखाने और समाज में कानून के प्रति विश्वास मजबूत करने के लिए उठाया गया है।
पुलिस का कहना है कि इस कार्रवाई का उद्देश्य न केवल अपराधियों में भय पैदा करना है, बल्कि आमजन को यह संदेश देना भी है कि
“कानून से बड़ा कोई नहीं, और अपराध करने वाला किसी हाल में नहीं बचेगा।”
लोगों ने किया पुलिस का समर्थन
जुलूस के दौरान लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई का खुले तौर पर समर्थन किया।
कई लोगों ने कहा कि इस तरह की सख्त कार्रवाई से अपराधियों के मन में डर पैदा होगा और समाज में कानून का सम्मान बढ़ेगा।
स्थानीय नागरिकों ने कहा कि यह दृश्य देखकर हर उस व्यक्ति को सबक मिलेगा जो किसी निर्दोष के साथ अन्याय करने की सोचता है।
एक बुजुर्ग ने कहा—
“पुलिस ने बहुत अच्छा किया। अब अपराधियों को समझ आएगा कि जो गलत करेगा, उसे सजा जरूर मिलेगी।”
पुलिस अधिकारी बोले — ‘यह न्याय का संदेश है’
मामले में पुलिस अधिकारियों ने बताया कि
“हमारा उद्देश्य न्याय की भावना को मजबूत करना है।
लोगों को यह भरोसा दिलाना है कि जो भी निर्दोष के साथ अन्याय करेगा, उसे कानून सजा जरूर देगा।”
उन्होंने कहा कि मामले की जांच अभी जारी है और आगे की कानूनी कार्रवाई पूरी गंभीरता से की जाएगी।
मां-बेटे की हत्या से फैला था आक्रोश
घटना के बाद से ही इलाके में भारी तनाव का माहौल था।
मृतक रुकमणी बाई और उनके बेटे संजय की मौत ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया था।
लोगों ने लगातार आरोपियों की गिरफ्तारी और सख्त सजा की मांग की थी।
पुलिस की इस कार्रवाई के बाद लोगों में राहत की भावना है, और आमजन का कहना है कि यह घटना न्याय व्यवस्था पर उनका भरोसा बढ़ाने वाली है।
न्याय का संदेश, अपराधियों के लिए सबक
बांरा पुलिस की इस सख्त कार्रवाई ने पूरे प्रदेश में चर्चा छेड़ दी है।
सोशल मीडिया पर भी इस घटना के वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोग पुलिस की तारीफ कर रहे हैं।
कई लोगों ने इसे “न्याय का सार्वजनिक प्रदर्शन” और “अपराधियों के लिए चेतावनी” बताया है।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि —
“कानून के हाथ लंबे हैं, और देर-सवेर न्याय जरूर मिलता है।”