रिपोर्टर- मोहम्मद यासर
उदयपुर से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया। भूपालपुरा इलाके के भैरुजी मंदिर में किसी ने मूर्ति का चेहरा खंडित कर दिया। इस हरकत ने न केवल स्थानीय लोगों को आक्रोशित किया, बल्कि पूरे इलाके में तनाव का माहौल बना दिया।

बुधवार सुबह जब श्रद्धालु मंदिर पहुंचे, तो मूर्ति का टूटा हुआ चेहरा देखकर सभी सन्न रह गए। देखते ही देखते घटना की सूचना पूरे क्षेत्र में फैल गई। भक्तों में आक्रोश और हैरानी थी — आखिर कौन ऐसा कर सकता है जो देवस्थान पर हाथ उठाने की हिम्मत करे?
तेज़ी से हरकत में आई पुलिस
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिए। उनके आदेश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश ओझा और वृत्ताधिकारी छगन पुरोहित के सुपरविजन में, थानाधिकारी आदर्श कुमार के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
यह टीम मौके पर पहुंची, साक्ष्य जुटाए, और सीसीटीवी फुटेज व स्थानीय जानकारियों के आधार पर सिर्फ 24 घंटे के भीतर मामले की गुत्थी सुलझा दी।
आरोपी दीपक गवारिया गिरफ्तार
पुलिस ने दीपक गवारिया नाम के 19 वर्षीय युवक को प्रतापनगर क्षेत्र से गिरफ्तार किया। पूछताछ में दीपक ने हैरान करने वाला खुलासा किया। उसने बताया कि वह अपने पिता के साथ बेघर होकर सड़क किनारे रहता है। चाय की दुकानों पर कप धोकर किसी तरह जीवन चलाता है।
उसने कई बार मंदिर में जाकर अपनी तकलीफ़ों के खत्म होने की दुआ मांगी, लेकिन जब हालात नहीं बदले तो वह निराश और ग़ुस्से में आ गया। इसी ग़ुस्से में उसने मंदिर जाकर मूर्ति पर पत्थर मार दिए।
मानसिक स्थिति की भी जांच करेगी पुलिस
पुलिस अब आरोपी के मानसिक और आपराधिक पहलुओं की भी जांच कर रही है। फिलहाल दीपक को न्यायालय में पेश किया गया है और आगे की पूछताछ जारी है।
शहर में राहत, लेकिन सवाल बरक़रार
पुलिस की त्वरित कार्रवाई के बाद शहर में राहत की सांस ली गई है। लेकिन यह घटना एक बड़ा सवाल छोड़ जाती है — क्या गरीबी और निराशा किसी इंसान को इतना तोड़ सकती है कि वह अपने ईश्वर से ही बैर कर बैठे?